पिता वह है जो भावुकता के भाव को भीतर छिपा कठोर भाव को अपनाता है ... पिता वह है जो भावुकता के भाव को भीतर छिपा कठोर भाव को अपनाता है ...
उस पिता को जिसने दिया था बचपन में तुम्हें खुशियों का खजाना। उस पिता को जिसने दिया था बचपन में तुम्हें खुशियों का खजाना।
तुमने सदैव हम सब बच्चो को अपने सद्चरित से जीवन का महत्वपूर्ण पाठ पढ़ाया ! तुमने सदैव हम सब बच्चो को अपने सद्चरित से जीवन का महत्वपूर्ण पाठ पढ़ाया !
अग्नि को और भी प्रज्वलित किया है। बेटा पूछता है, तूने मेरे लिए किया क्या है? ! अग्नि को और भी प्रज्वलित किया है। बेटा पूछता है, तूने मेरे लिए किया क्या...
मेरे लिए मेरे मम्मी-पापा जी ही भगवान, मम्मी माँ पार्वती पापा जी शंकर समान। मेरे लिए मेरे मम्मी-पापा जी ही भगवान, मम्मी माँ पार्वती पापा जी शंकर समान।
जब आऊँ मैं घर के द्वार तुम्हें दे सकूँ खुशियाँ अपार।। जब आऊँ मैं घर के द्वार तुम्हें दे सकूँ खुशियाँ अपार।।